रसूल-अल्लाह सल-अल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया सदक़ा , सदक़ा करने वालों से कब्र की गर्मी को खतम कर देता है और मोमीन क़यामत के दिन अपने सदके का (यानि सदके की वजह से) साया हासिल करेगा
अस सिलसिला अस सहीहा , 1816
*******************************************
सदक़ा ए ज़रिया - मौत के बाद भी एक मुसलमान को पहुँचने वाला सवाब
हज़रत अबू हुरैरा रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है रसूल-अल्लाह सल-अल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाये मोमीन को उसके आमाल और नेकियो में से उसके मरने के बाद जिन चीज़ो का सवाब पहुँचता रहता है वो ये है
1. इल्म जो उसने सिखाया और फैलाया
2. नेक और सालेह औलाद जो छोड़ गया,
3. विरासत में क़ुरान मजिद छोड़ गया
4. कोई मस्जिद बना गया,
5. मुसाफिरो के लिए कोई मुसाफिर खाना बनवा दिया
6. कोई नहर जारी कर गया
7. ज़िंदगी में सेहत और तंदुरस्ती की हालत में अपने माल से कोई सदक़ा निकाल दिया
तो इन सबका सवाब उसके मरने के बाद भी उसको मिलता रहेगा
सुनन इब्न माज़ा, जिल्द 1, 24
*******************************************
रसूल-अल्लाह ﷺ ने फरमाया जो तंगदस्त को मोहलत देगा उसको हर दिन के बदले सदक़े का सवाब मिलेगा और जो अदायीगी की मियाद गुज़रने के बाद भी मोहलत दे तो उसको दिए गये क़र्ज़े के बराबर हर रोज़ सदक़े का सवाब मिलेगा
सुनन इब्न माजा , जिल्द 2, 575-सही
*******************************************
रसूल-अल्लाह सल-अल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया सदक़ा देने से कभी माल कम नही होता. और जो बन्दा किसी को माफ़ कर देता है तो अल्लाह सुबहानहु उसकी ईज़्ज़त बढ़ा देता है, और जो बन्दा अल्लाह सुबहानहु के लिए आजज़ी (नरमी) करता है तो अल्लाह सुबहानहु उसका दर्जा बुलंद कर देता है
सही मुस्लिम, जिल्द 6, # 6592
*******************************************
हज़रत अबू हुरैरा रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है रसूल-अल्लाह सल-अल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया जो भी सोने और चाँदी का मालिक हो और उसकी ज़कात अदा नही करता हो तो उस सोने और चाँदी के तख्ते (प्लेट्स) बनाए जाएँगे और उसको जहन्नम की आग में गरम किया जाएगा फिर उसकी (ज़कात ना देने वाले की) पेशानी और करवटें (पहलू) और पीठ को दगा जायेगा , और जब वो ठंडे हो जाएँगे तो फिर से इनको गरम किया जाएगा और ये अज़ाब उसको उस दिन तक होता रहेगा जिसकी मिकदार (duration) पचास हज़ार साल है , फिर अल्लाह अपने बन्दों के बीच फ़ैसला फरमा देगा और वो जन्नत या जहन्नम की तरफ अपना रास्ता देख लेगा
सही मुस्लिम, जिल्द 3, 2290
******************************************
अमर बिन अल-'आस रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की एक औरत रसूल-अल्लाह सल-अल्लाहू अलैही वसल्लम के पास आई उसकी बेटी भी उसके साथ थी और उसकी बेटी के हाथ में सोने के दो बड़े बड़े कंगन थे आप सल-अल्लाहू अलैही वसल्लम ने पूछा क्या आप इन कंगनो की ज़कात देते हो ? उसने कहा नही , आप सल-अल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया क्या आपको ये पसंद है की क़यामत के दिन अल्लाह आपको आग के कंगन पहनाए ये सुनकर उसने उसी वक़्त कंगन उतार दिए और आपकी खिदमत में पेश करते हुए कहा की ये अल्लाह और उसके रसूल-अल्लाह सल-अल्लाहू अलैही वसल्लम के लिए है
सुनन अबू दाऊद, जिल्द 1, 1550-हसन
------------------------------------------------
✦ अब्दुल्लाह बिन शद्दाद रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की हम लोग आईशा रदी अल्लाहू अन्हा से पास गये वो कहने लगी मेरे पास रसूल-अल्लाह सल-अल्लाहू अलैही वसल्लम आए आपने मेरे हाथ में चाँदी की अंगूठियाँ देखी और फरमाया , आईशा ये क्या है ? मैने अर्ज़ किया
की ये मैने इसलिए बनवाई है की आपके लिए बनाव सिंगार करूँ , आप सल-अल्लाहू अलैही वसल्लम ने पूछा , क्या आप इनकी ज़कात अदा करते हो मैने कहा नही , या जो अल्लाह को मंज़ूर था वो कहा , फिर आप सल-अल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया ये आपको जहन्नम में ले जाने के लिए काफ़ी है (अगर तुम ज़कात नही दोगे तो)
सुनन अबू दाऊद, जिल्द 1, 1552-
To be continues....
------------------------------------------------
Ladka ya Ladki Ka Acha Rishta Milne Ka Wazifa ," Har ladka aur ladki ye chahte hai ki unh eek acha rishta mile aur unki shadi ek ache shaks se ho. koi ye nahi chahta ki uski zindagi mein aisa shaks aye jisse uski zindagi kharab ho jaye. Lekin aaj ke zamane mein aapko aise rishte milte hai jo aapki tarah bilkul nahi hote.
ReplyDelete